डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत में दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान अब रफ्तार पकड़ने लगा है। गुरुवार को बीते 6 दिन में सबसे ज्यादा 2.33 लाख स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं व अग्रिम पंक्ति के लोगों को वैक्सीन लगाई गई। इसके साथ ही देश में अब तक कुल 10.40 लाख लोगों को टीके लगाए जा चुके हैं। इनमें से साइड इफेक्ट के 787 मामले सामने आए हैं, लेकिन वैक्सीन से कोई अनहोनी नहीं हुई है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि गुरुवार को 27 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में टीके लगाने का काम हुआ। इस दौरान 187 लोगों में साइड इफेक्ट हुआ। देश में गंभीर साइड इफेक्ट के मामले सामने नहीं आए हैं।
अधिकारियों ने बताया कि उत्तर प्रदेश-तेलंगाना में 1-1 और कर्नाटक में 2 लोगों की मौत की खबर सामने आई है। यूपी-कर्नाटक में मरने वालों की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से साफ है कि मौत की वजह वैक्सीनेशन नहीं, बल्कि दूसरी समस्या है। वहीं, तेलंगाना में पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि टीकाकरण पूरी तरह सुरक्षित और प्रभावी है। जो भी साइड इफेक्ट के मामले सामने आ रहे हैं, वो सामान्य हैं। किसी भी टीकाकरण में ऐसा होता है। टीकाकरण कोरोना के ताबूत में अंतिम कील साबित होगा। ये दुर्भाग्यपूर्ण है कि कुछ लोग राजनीतिक फायदा लेने के लिए गलत बातें फैला रहे हैं। इस कारण कुछ लोग टीकाकरण में कतरा रहे हैं। सरकार नहीं चाहती कि टीकाकरण का किसी पर भी गलत प्रभाव पड़े।
स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि आंध्र में हफ्ते में 6 दिन और मिजोरम में 5 दिन टीकाकरण होगा। वहीं, गोवा, उत्तर प्रदेश और हिमाचल प्रदेश में हफ्ते में दो दिन, जबकि दिल्ली, गुजरात, हरियाणा, जम्मू-कश्मीर, झारखंड, कर्नाटक, केरल, लद्दाख, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, मणिपुर, अरुणाचल प्रदेश, असम, बिहार, चंडीगढ़, छत्तीसगढ़, दादर और नगर हवेली, दमन और दीव, तेलंगाना, त्रिपुरा, उत्तराखंड और पश्चिम बंगाल पुडुचेरी, पंजाब, राजस्थान, सिक्किम, तमिलनाडु में हफ्ते में 4 दिन टीके लगाए जाएंगे।
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