नई दिल्ली, 30 मई (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आवास में एक युवा ग्लोसी आइबिस पक्षी को बचाया गया, जो भीषण गर्मी में थकावट और डीहाइड्रेशन के कारण यहां गिर गया था।
प्लेगैडिस फाल्सीनेलस नामक प्रवासी प्रजाति से ताल्लुक रखने वाला पक्षी शुक्रवार को उड़ने में असमर्थ था। उसे सुरक्षाकर्मियों ने 7, लोक कल्याण मार्ग स्थित प्रधानमंत्री आवास के रिसेप्शन क्षेत्र के पास से उठाया, जहां वह गिरा हुआ था।
उसे देखते ही अधिकारियों ने तुरंत वन्यजीव एसओएस (डब्ल्यूएसओएस) से उनके 24 घंटे चालू रहने वाले बचाव हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क किया। डब्ल्यूएसओएस ने एक बयान में कहा कि एनजीओ द्वारा चलाए जाने वाले एक पशु एम्बुलेंस की मदद से पक्षी को दो सदस्यीय टीम द्वारा बचाया गया।
डब्ल्यूएसओएस ने कहा, पक्षी को मुंह के माध्यम से डिहाइड्रेशन तरल पेय दिया गया और वह अभी निगरानी में है।
डब्लूएसओएस ने कहा कि उत्तर भारत के विभिन्न हिस्सों में लू चलने के कारण ऐसे मामले आगामी महीनों में बढ़ सकते हैं। डिहाइड्रेशन, गर्मी की थकावट और छाया की कमी के कारण बड़ी संख्या में जानवर, विशेष रूप से पक्षी, बढ़ते तापमान का शिकार हो रहे हैं।
वाइल्डलाइफ एसओएस के सह-संस्थापक और सीईओ कार्तिक सत्यनारायण ने कहा, हम उनके समर्थन के लिए और इस आपात स्थिति में वन्यजीव एसओएस को सचेत करने के लिए प्रधानमंत्री कार्यालय के कर्मचारियों और सुरक्षा कर्मियों के आभारी हैं।
उन्होंने आगे कहा, यह एक जुवेनाइल आइबिस है, क्योंकि इसके शरीर पर नीली भूरी परत होती है और इसकी गर्दन और छाती पर सफेद परतें होती हैं।
उन्होंने आगे कहा, प्रजनन करने वाले वयस्क पक्षी ज्यादातर इंद्रधनुषी हरे और लाल रंग के टोन के साथ गहरे रंग के होते हैं। आइबिस की एक खास घुमावदार, सिकल के आकार की चोंच होती है। इन पक्षियों की लंबाई 45 से 65 सेमी होती है और इनके पंख 80 से 90 सेमी के होते हैं।
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