डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देश के कई राज्यों में बाढ़ का कहर जारी है। इसकी चपेट में आने से कई लोगों की जान जा चुकी है, लाखों लोग प्रभावित हुए हैं। बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए की गई तैयारियों की समीक्षा करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को बैठक की। पीएम मोदी ने बाढ़ से ग्रसित 6 राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ मीटिंग कर राज्यों की स्थिति का जायजा लिया। इस बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने भी हिस्सा लिया।
PM Modi emphasized on better coordination between all central and state agencies to have a permanent system for forecasting of floods and extensive use of innovative technologies for improving forecast and warning system: Prime Minister’s Office
— ANI (@ANI) August 10, 2020
पीएम मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए असम, बिहार, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक और केरल के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक की। पीएम मोदी ने सभी केंद्रीय और राज्य एजेंसियों के बीच बाढ़ के पूर्वानुमान के लिए एक स्थायी प्रणाली और पूर्वानुमान और चेतावनी प्रणाली में सुधार के लिए नई तकनीक के व्यापक उपयोग के लिए बेहतर को-ऑर्डिनेशन पर जोर दिया।
PM Shri @narendramodi ji held a VC with CMs of six states and took stock of the overall flood situation.
I apprised the Hon’ble Prime Minister about relief and rescue measures taken in Assam and thanked him for his continued support to the state. pic.twitter.com/LtjGdGQay2
— Sarbananda Sonowal (@sarbanandsonwal) August 10, 2020
बता दें कि, बिहार में भारी बारिश के कारण सभी प्रमुख नदियां उफान पर है। बाढ़ के कारण राज्य के 16 जिलों की करीब 70 लाख की आबादी प्रभावित हो चुकी है। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें भी लगातार राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई हैं। वहीं राज्य की नीतीश सरकार भी बाढ़ पीड़ित परिवारों के बैंक खाते में 6-6 हजार रुपये पहुंचाकर आर्थिक मदद देने में जुटी हुई है। एनडीआरएफ ने बाढ़ में फंसे 11 हजार से ज्यादा लोगों को बचाकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया है।
असम में 30 जिलों के 45 लाख से ज्यादा लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। लोगों के घरों में पानी भर चुका है। बाढ़ के कारण हालात बिगड़ने के बाद से लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है। काजीरंगा नेशनल पार्क का 80 प्रतिशत से ज्यादा हिस्सा जलमग्न हो गया है। बाढ़ की चपेट में आने से अबतक दर्जनों जानवरों की मौत हो चुकी है, जबकि कई रेस्क्यू किए गए हैं।
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